विचारधारा
सनातन धर्म रक्षा के दृढ़ संकल्प के साथ श्रेष्ठ भारत निर्माण



'चरैवेति-चरैवेति'
भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ के सदस्य एवं प्रदेश के कोषाध्यक्ष नंदन जैन जी सकारात्मक, सनातन प्रचार एवं अंत्योदय से जन विश्वास एवं जन विकास विचारधारा के साथ काम करते हुए आगे बढ़ रहे हैं। वे प्रारम्भिक शिक्षा के दौरान बाल्यकाल से ही अपने संघचालक पिता श्री कुंदन लाल जैन जी के सनिध्य में संघ की गतिविधियों से जुड़े।राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के विचारों का अनुसरण, सनातन धर्म के विस्तार, समावेशी विकास एवं राष्ट्रसेवा की विचारधारा को आत्मसात किए हुए श्री नंदन जैन जी सामाजिक,धार्मिक और राजनीतिक यात्रा में आगे बढ़ रहे हैं। जीवन के प्रारम्भिक दौर से संघ की गतिविधियों से जुडने के कारण उन्हे समाज और राष्ट्र हित के विभिन्न पहलुओं को समझने एवं काम करने का अवसर मिल। समय के साथ धार्मिक क्षेत्र में नवाचार और संकल्पित भाव से केंद्रित होकर काम करने के कारण एक सेवा का प्रकल्प प्रभु श्री राम मंदिर रायपुर के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान देकर कभी असंभव से लगने वाले लक्ष्य को प्राप्त करने में सफलता प्राप्त की।
राष्ट्र चेतना, युवा राष्ट्र, सनातन धर्म के विस्तार के लक्ष्य को साधते हुए राजनीति को एक मार्ग बनाकर संकल्प को पूरा करने की दिशा में नंदन जैन जी आगे बढ़ रहे हैं। छत्तीसगढ़ के युवाओं को नए अवसर मिले, राज्य में विकास के नए आयाम स्थापित हों, राज्य में समावेशी विकास का कार्य पूरा हो इसके लिए हर संभव प्रयास के साथ तथा भारतीय जनता पार्टी की मूल विचारधारा को पूरा करने के संकल्प को साध कर नंदन जी राजनीतिक यात्रा में अगले पड़ाव पर अग्रसित हैं।
असाध्य लगने वाले चुनौतीपूर्ण लक्ष्य को पूरा करने के लिए हर संभव प्रयास करने से कभी पीछे न हटने की सोच विजय पथ की ओर अग्रसर करती है। 2023 विधानसभा चुनाव जैसी महत्वपूर्ण चुनौती को कुशल तरीके से पूरा करते हुए लक्ष्य प्राप्ति का संकल्प पूरा करने में एक महती एवं उत्कृष्ट भूमिका का निर्वहन श्री नंदन जैन ने अपनी सार्थक विचारधारा के साथ काम करते हुए पूरा किया है।
आरएसएस और संगठनात्मक भागीदारी
- 1990 में संघ प्रवेश
- 2000 में संघ का तृतीय वर्ष प्रशिक्षण पूरा किया
- 2001 से 2004 तक संघ में वर्ग शिक्षक तथा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सक्रिय सदस्य
- राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ द्वारा दी गई जिम्मेदारियों के तहत 2005 से संघ की व्यवस्था टोली, आर्थिक टोली, रायपुर नगर के शारीरिक शिक्षा प्रमुख बने।
- सन 2011 से 2014 तक धर्म जागरण मंच के संयोजक की जिम्मेदारी निभाई।
- 2016 में जागृति मण्डल के सचिव बनाये गये और आरएसएस प्रांत कार्यालय निर्माण की महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारी सौंपी गई, रिकॉर्ड 10 माह की अल्प अवधि में ही सुंदर और भव्य प्रांत कार्यालय निर्माण का दायित्व पूर्ण किया।
- 2013 से 2018 तक सहकार भारती (कॉप्रेटिव सोसाइटी) के सेक्रेटरी, संस्कृत भारती के कोषाध्यक्ष, विद्या भारती (सरस्वती शिशु मंदिर) के प्रांत का दायित्व एवं वित्त कमेटी के सदस्य, विश्व हिन्दू परिषद, लघु उद्योग भारती, धर्म जागरण मंच जिसके अंदर रायपुर स्थित श्री राम मंदिर का प्रकल्प भी आता है, जैसे संगठनों में काम करते हुए विभिन्न जिम्मेदारियों का निर्वहन किया।